गांधी परिवार की SPG सुरक्षा हटाने पर शिवसेना का तंज- किसी की जान से मत खेलो

गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के मामले पर राजनीति जारी है. एक तरफ लोकसभा में कांग्रेस पार्टी ने सुरक्षा को लेकर हंगामा किया तो वहीं शिवसेना ने भी गांधी परिवार की सुरक्षा के प्रति चिंता जाहिर की है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में शनिवार को कहा कि सुरक्षा के मामलों में राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए.


सुरक्षा व्यवस्था पर राजनीति खतरे की घंटी


शिवसेना ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था की राजनीति खतरे की घंटी है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने पर चिंता जताते हुए शिवसेना ने कहा कि सुरक्षा के मामलों में राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए. सुरक्षा के मामले पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि किसी की जान से नहीं खेलना चाहिए.


दिल्ली हो या महाराष्ट्र लेकिन भय मुक्त हो माहौल


बता दें कि केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा घेरा हटा दिया और अब गांधी परिवार को सीआरपीएफ की जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा, चाहे दिल्ली हो या महाराष्ट्र लेकिन भय मुक्त माहौल होना चाहिए. गांधी परिवार के सुरक्षा काफिले में पुराने वाहन शामिल होना चिंताजनक है, अगर खतरे की घंटी बज रही है तो प्रधानमंत्री को इस मामले पर विचार करना चाहिए.  शिवसेना ने पूछा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय में किसे लगता है कि गांधी परिवार पर खतरा कम हो गया है.


शिवसेना ने इंदिरा गांधी और उनके बेटे राजीव गांधी की हत्याओं का भी जिक्र किया. जिसके बाद से गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा दी गई थी. सामना में शिवसेना ने कहा, कांग्रेस या गांधी परिवार के साथ राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं. पिछले पांच सालों में नेहरू परिवार के साथ टकराव बढ़ गया है, लेकिन किसी की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. शिवसेना ने कहा कि अगर गांधी परिवार के अलावा कोई और भी होता तो भी यही विचार होते.